मेरी चाहत ने उसे खुशी दे दी तेरी खुशी शायरी, गिला शिकवा << ग़म है न अब ख़ुशी है न उम... मैं बद-नसीब हूँ मुझ को न ... >> मेरी चाहत ने उसे खुशी दे दी,बदले में उसने मुझे सिर्फ खामोशी दे दीखुदा से दुआ मांगी मरने की,लेकिन उसने भी तड़पने के लिए ज़िन्दगी दे दी। Share on: